संस्कृति (CULTURE)
प्रत्येक बालक का जन्म दोहरी विरासत के साथ होता है: जैवीकीय और सांस्कृतिकI
अपनी जैविक विरासत में उसे अपनी शारीरिक विशेषताएं मानसिक क्षमताएं और आधारभूत आवश्यकताएं प्राप्त होती हैI उसे अपनी सांस्कृतिक विरासत समाज से प्राप्त होती हैं जिसमें उसका जन्म और पालन-पोषण होता हैI बालक की शिक्षा में उसकी सांस्कृतिक विरासत का उतना ही महत्व होता हैI जितना कि उसकी जैवीकीय विरासत काI इस पर प्रकाश डालते हुए वेरको व अन्य ने लिखा है : “ यद्यपि समाजशास्त्रियों की खोजों ने सिद्ध कर दिया है कि संस्कृति जन्मजात ना होकर सीखी जाती है फिर भी इसके सीखने को इतना अधिक महत्व दिया जाता है कि इसकी अवहेलना नहीं की जा सकती”
संस्कृति का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and
Definition Of Culture) :
Culture शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के cultra शब्द से हुई हैI जिसका अर्थ है कर्षण खेती, संस्कृति, शिष्टता तथा तहजीबI संस्कृति शब्द संस्कार शब्द का वंशज है जिसका अभिप्राय शुद्ध करने या सुधारने से हैI संस्कार मानव निर्मित व्यवहार की विधियां हैI जिसमें मनुष्य का समाज के प्रति अधिक जागरूक होने का प्रमाण मिलता हैI
परिभाषा (Definition):
टायलर (Tylor) के अनुसार “ संस्कृति वह जटिल पूर्णता है जिसमें ज्ञान, विश्वास कला, नैतिकता, नियम, रिवाज और समाज के सदस्य के रूप में मनुष्य द्वारा अर्जित की जाने वाली अन्य योग्यताएं और आदतें सम्मिलित हैI”
सदरलैण्ड व वुडवर्ड ने संस्कृति और सामाजिक विरासत को पर्यायवाची माना है और लिखा है कि “ संस्कृति में कोई भी बात आ सकती है जिसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित किया जा सकता हैI किसी भी राष्ट्र की संस्कृति उसकी सामाजिक विरासत हैI”
संस्कृति की विशेषताएं (Features or Characteristics of Culture)
संस्कृति की विशेषताएं बहुत व्यापक हैं उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं :
१. ग्रहण करना : संस्कृति ग्रहण की जाती हैI मानव अपने पूर्वजों द्वारा अर्जित संस्कृति के साथ दूसरी संस्कृति को ग्रहण कर सकता हैI अंततः हम कह सकते हैं संस्कृति सर्वग्राही है।
२. सामाजिक विरासत : संस्कृति सामाजिक विरासत का वह लक्षण है जो हमने अपने पूर्वजों से सीखा हैI मनुष्य को सामाजिक विरासत के आदर्शों का अनुसरण करना होता है।
३. संस्कृति सीखे हुवे व्यवहार का प्रतिमान है : संस्कृति को समाज में आकर ही सीखा जाता है क्योंकि संस्कृति कोई जन्म-जात गुण नहीं है।
४. संस्कृति में स्थानांतरित होने का गुण होता है : संस्कृति को सामाजिक विरासत भी कहा जाता है क्योंकि संस्कृति में सीखे जाने का ही नहीं बल्कि हस्तांतरित होने का गुण विद्यमान होता हैI संस्कृति को एक पीढ़ी अपनी अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करती चलती है।
५. संस्कृति परिवर्तनशील होती है : हस्तांतरण के कारण परिवर्तन स्वाभाविक रूप से होता है क्योंकि प्रत्येक पीढ़ी इसमें अपनी सुविधा एवं परिस्थितियों के अनुसार परिवर्तन करती हैI इसलिए इसमें निरंतर चलने वाली प्रक्रिया में परिवर्तन आता हैI अतः हम कह सकते हैं कि संस्कृति निरंतर चलने वाली परिवर्तनशील प्रक्रिया है।
६. संस्कृति सार्वभौमिक, सामाजिक और विशिष्ट होती है: संस्कृति का निर्माण किसी एक व्यक्ति के द्वारा नहीं किया जा सकताI इसका निर्माण तो समाज के अंतर्गत होने वाली अंतःक्रिया से ही संपन्न अथवा संभव हैI अर्थात संस्कृति किसी एक व्यक्ति पर निर्भर ना होकर पूरे समाज पर निर्भर होती है।प्रत्येक बालक का जन्म दोहरी विरासत के साथ होता है: जैवीकीय और सांस्कृतिकI
अपनी जैविक विरासत में उसे अपनी शारीरिक विशेषताएं मानसिक क्षमताएं और आधारभूत आवश्यकताएं प्राप्त होती हैI उसे अपनी सांस्कृतिक विरासत समाज से प्राप्त होती हैं जिसमें उसका जन्म और पालन-पोषण होता हैI बालक की शिक्षा में उसकी सांस्कृतिक विरासत का उतना ही महत्व होता हैI जितना कि उसकी जैवीकीय विरासत काI इस पर प्रकाश डालते हुए वेरको व अन्य ने लिखा है : “ यद्यपि समाजशास्त्रियों की खोजों ने सिद्ध कर दिया है कि संस्कृति जन्मजात ना होकर सीखी जाती है फिर भी इसके सीखने को इतना अधिक महत्व दिया जाता है कि इसकी अवहेलना नहीं की जा सकती”
संस्कृति का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and
Definition Of Culture) :
Culture शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के cultra शब्द से हुई हैI जिसका अर्थ है कर्षण खेती, संस्कृति, शिष्टता तथा तहजीबI संस्कृति शब्द संस्कार शब्द का वंशज है जिसका अभिप्राय शुद्ध करने या सुधारने से हैI संस्कार मानव निर्मित व्यवहार की विधियां हैI जिसमें मनुष्य का समाज के प्रति अधिक जागरूक होने का प्रमाण मिलता हैI
परिभाषा (Definition):
टायलर (Tylor) के अनुसार “ संस्कृति वह जटिल पूर्णता है जिसमें ज्ञान, विश्वास कला, नैतिकता, नियम, रिवाज और समाज के सदस्य के रूप में मनुष्य द्वारा अर्जित की जाने वाली अन्य योग्यताएं और आदतें सम्मिलित हैI”
सदरलैण्ड व वुडवर्ड ने संस्कृति और सामाजिक विरासत को पर्यायवाची माना है और लिखा है कि “ संस्कृति में कोई भी बात आ सकती है जिसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित किया जा सकता हैI किसी भी राष्ट्र की संस्कृति उसकी सामाजिक विरासत हैI”
संस्कृति की विशेषताएं (Features or Characteristics of Culture)
संस्कृति की विशेषताएं बहुत व्यापक हैं उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं :
१. ग्रहण करना : संस्कृति ग्रहण की जाती हैI मानव अपने पूर्वजों द्वारा अर्जित संस्कृति के साथ दूसरी संस्कृति को ग्रहण कर सकता हैI अंततः हम कह सकते हैं संस्कृति सर्वग्राही है।
२. सामाजिक विरासत : संस्कृति सामाजिक विरासत का वह लक्षण है जो हमने अपने पूर्वजों से सीखा हैI मनुष्य को सामाजिक विरासत के आदर्शों का अनुसरण करना होता है।
३. संस्कृति सीखे हुवे व्यवहार का प्रतिमान है : संस्कृति को समाज में आकर ही सीखा जाता है क्योंकि संस्कृति कोई जन्म-जात गुण नहीं है।
४. संस्कृति में स्थानांतरित होने का गुण होता है : संस्कृति को सामाजिक विरासत भी कहा जाता है क्योंकि संस्कृति में सीखे जाने का ही नहीं बल्कि हस्तांतरित होने का गुण विद्यमान होता हैI संस्कृति को एक पीढ़ी अपनी अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करती चलती है।
५. संस्कृति परिवर्तनशील होती है : हस्तांतरण के कारण परिवर्तन स्वाभाविक रूप से होता है क्योंकि प्रत्येक पीढ़ी इसमें अपनी सुविधा एवं परिस्थितियों के अनुसार परिवर्तन करती हैI इसलिए इसमें निरंतर चलने वाली प्रक्रिया में परिवर्तन आता हैI अतः हम कह सकते हैं कि संस्कृति निरंतर चलने वाली परिवर्तनशील प्रक्रिया है।
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